सबसे पहले मै अपने देशवासियों को दीवाली की शुभकामनाएँ देता हूँ, मैं भगवान राम से यही प्रार्थना करता हूं कि सबके दिलों में सिर्फ प्यार ही प्यार भर दें नफरत रुपी अंधेरा आपको कभी प्रभावित न कर सकें, आप और आपके परिवार को एक खुशहाल जीवन प्रदान करें।
दोस्तों दीवाली का यह त्योहार हमें बहुत कुछ सिखाता है, बुराई पर अच्छाई की जीत, अंधेरे पर रोशनी की जीत और एक दूसरे की खुशी के लिये अपनी खुशी का बलिदान करना भी भगवान राम और उनके भाइयों ने ही सिखाया है। लोग राज गद्दी को पाने के लिये लडते है, परंतु एक तरफ जहां भगवान राम ने अपने पिताश्री के वचन की लाज रखने के लिये अपना राज्य अपने छोटे भाई भरत को दे दिया था, वहीं दूसरी तरफ भरत ने उस राज्य को ठुकरा कर खुद संयासी का जीवन अपना लिया था, जब तक भगवान राम वापस अपने राज्य में न आ गये।
हमें दीवाली बहुत कुछ सिखाती है, इसलिये हमें अपने दिलों से नफरत मिटाकर प्यार जगाना है और पूरे देश को एक सुत्र में बंध कर एकता का संदेश भी देना है, फिर देखना कहीं भी न कोई गरीब रहेगा, न किसी बेटी की अस्मत लुटेगी और न ही दौलत जमीन और राज पाने के लिये कोई लडेगा, अगर कर तरफ प्यार और एकता होगी तो कोई भी इंसान दुखी या गरीब नहीं रहेगा।
आओ आज हम सभी देशवासी मिलकर यह प्रण करें कि हम अपने दिल से नफरत रूपी इस अंधकार को मिटाकर एकता रूपी सुत्र में बंध जाये, अपने आस पास कोई भूखा दिखे, कोई जरूरतमंद दिखे तो हम उसकी सहायता करें। हमें देश को जातियों में नहीं बांटना है, इंसान के अंदर ही भगवान हमें देखना होगा, एक बार यह करके देखो, देखना दुख नाम का यह विकार आपसे कोसों दूर रहेगा।
दीवाली से जुडी कुछ कुरितियां
कुछ लोग दीवाली के दिन जुआ खेलते है शराब का अत्यधिक सेवन करके नशे में चूर हो जाते है, जिससे हमें यह पता नहीं चलता कि हम गलत कर रहे है या सही, और दूसरे दिन कुछ लोग जेल मे होते हैं। पुलिस वाले भी हम जैसे ही है, उनको भी यह शुभ दिन अपने परिवार के साथ मनाने का हक है, हम यह गलत काम करके उनका चैन सुख भी छीन लेते है और खुद को और अपने परिवार को दुख देते है वो अलग।
दिवाली का त्योहार हमें हमेशा आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। दीपावली का त्योहार सांस्कृतिक और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक है। इस त्योहार के कारण लोगों में सामाजिक एकता बनती है।
"जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना, अँधेरा धरा पर कहीं रह न जाए।" इसलिए दीपावली पर हमें प्रेम और सौहार्द को बढ़ावा देने के प्रयत्न करने चाहिए।
अंत में भगवान श्रीराम से यही प्रार्थना करता हूँ कि वो सबको खुशहाल और प्रेम रूपी जिंदगी दें।