मां बाप अपने बच्चों के लिये जीवन भर कोल्हू के बैल की तरह मेहनत करके अपने बच्चों को दूनिया की हर कोशिश देने की कोशिश करते रहते हैं और बच्चों को इस में हीरे की तरह तराश कर दुनिया के सामने पेश करते हैं, मगर जब उनका बूढ़ापा आता है तो कूछ लोग मां बाप को बोझ समझने लगते है, अपने साथ रखने में तकलीफ़ महसूस करते हैं, और भेज देते हैं वृद्धा आश्रम में, उनको वहां हर सूविधायें तो मिल जाती है, मगर जिस प्यार की उनको जरुरत होती है उससे लो हमेशा वंचित रह जाते हैं।।
राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा रेखा भूषण ने आदिल नगर स्थित समर्पण ओल्ड एज होम लखनऊ का दौरा किया, जहां उनको कुछ गिफ्ट मिठाईयां और जरूरत का सामान भेंट किया और उनके साथ कुछ वक्त बिताया, ताकि वो जो प्यार चाहते हैं उनका कुछ अंश तो उन्हें दे सके, और कहा कि मां बाप तो भगवान होते हैं, मगर आजकल की नौजवान पीढ़ी पता नहीं क्यों मां बाप को एक बोझ समझकर उस प्यार से वंचित कर देते हैं और खुद को खुशहाल समझते हैं, अगर आप मां बाप की सेवा नहीं कर पाते तो तीर्थ ब्रत जितना मर्जी कर लो, अगर मां बाप वृद्धा आश्रम में है तो वो सब कुछ बेकार है।। उन्होंने आगे कहा कि संगठन के सभी मैंबर को जब भी वक्त मिले तो अपना वक्त इन बुजुर्गों को अवश्य दें।।