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सैनिको का दस्तूर, सीमाओं से वापसी, तिरंगे में लिपटकर : ब्रिगेडियर हरचरण सिंह, एनसीसीएचडब्ल्यूओ

 




स्वतंत्रता के लिए यह बहुत उपयुक्त कहा गया है ''यह राष्ट्र तभी तक स्वतंत्र भूमि रहेगा जब तक यह बहादुरों का घर है।'' युवाओं को हमारे सैनिकों के बलिदानों के बारे में जागरूक करने के लिए, राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण और मानव कल्याण संगठन द्वारा समन्वित जम्मू संस्कृति स्कूल में छात्रों के लिए एक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। पेंटिंग प्रतियोगिता पुरुष और महिला वर्ग के लिए आयोजित की गई, जिसमें प्रत्येक वर्ग से सर्वश्रेष्ठ तीन प्रविष्टियों को पुरस्कार दिए गए।


कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षारोपण के साथ की गई, ताकि छात्रों को वृक्षारोपण के महत्व को समझाया जा सके, ताकि ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद मिल सके। स्वागत भाषण प्रिंसिपल श्रीमती रोहिणी आइमा ने दिया। उन्होंने छात्रों को सीमाओं की रक्षा करते समय हमारे सैनिकों द्वारा निभाई गई भूमिका से परिचित कराने की इस अनूठी पहल के लिए एनसीसीएचडब्ल्यूओ को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम की अवधारणा एनसीसीएचडब्ल्यूओ के राष्ट्रीय प्रशासक, ब्रिगेडियर हरचरण सिंह, वीएसएम द्वारा दी गई थी। उन्होंने बताया कि हमारी याददाश्त बहुत कम है, इसलिए, इतिहास का दस्तावेजीकरण करने और हमारे सशस्त्र बलों के सदस्यों के बलिदान का महिमामंडन करने वाले कार्यक्रमों में युवाओं को शामिल करने की आवश्यकता है। कहने का तात्पर्य यह है कि स्वतंत्रता के लिए सैनिकों और बलिदानों की कीमत चुकानी पड़ती है। पेंटिंग प्रतियोगिता का विषय ''जो लौट का घर ना आए'' था। ब्रिगेडियर हरचरण सिंह ने चित्रों के माध्यम से व्यक्त किए गए छात्रों के विचारों की सराहना की। एक सम्मानित सैनिक, कर्नल वीरेंद्र कुमार साही, वीआरसी, ने सुरक्षा माहौल पर अपने विचार व्यक्त किए और छात्रों से राष्ट्रवादी विचारों को विकसित करके और देश के हित को हमेशा और हर समय सबसे आगे रखकर देश की सेवा करने का आग्रह किया। प्रसिद्ध शिक्षाविद् श्री आईडी सोनी ने राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए अनुशासन, चरित्र निर्माण और शिक्षा को महत्व दिया। उन्होंने छात्रों से भारतीय इतिहास के हमारे महान सैनिकों के उदाहरणों का अनुसरण करने का आग्रह किया, जिन्होंने देश को गौरवान्वित किया। उन्होंने युवाओं के चरित्र निर्माण में मां और शिक्षकों की भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम के उत्कृष्ट संचालन के लिए श्रीमती रोहिणी आइमा की सराहना की गई।


छह छात्रों को पुरस्कार वितरण एनसीसीएचडब्ल्यूओ सदस्यों द्वारा किया गया, जिसमें सुश्री परमजीत कौर, (राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला सेल), श्री जियात नंदन जैन, (वरिष्ठ उपाध्यक्ष) और श्री नवीन जैन (पुरस्कार के समन्वयक और प्रायोजक) शामिल थे। धन्यवाद ज्ञापन के बाद, राष्ट्रगान के गायन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।


राष्ट्रीय मुख्य सचिव रंजीत वर्मा ने कहा कि सैनिको के बलिदान से ही हम सभी देशवासी चैन की नींद सोते है, मगर बडा दुख है हम बहुत जल्द उनकी कुर्बानी भूल जाते है, चेयरमेन दीपक शर्मा अध्यक्षा रेखा भूषण ने कहा कि देश उन सैनिको का हमेशा आभारी रहेगा, जो सीमा पर दिन रात कडी ठंड में पहरा देते है और वक्त आने पर अपनी जान भी देते आये है, बिर्गेडियर साहब के हम आभारी है जिन्होने संगठन के माध्यम से वीर सैनिको के परिवारो को उचित सम्मान देने की मूहिम शुरू की है।

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