डॉ मंजू राठी, अध्यक्ष भ्रष्टाचार नियंत्रण और जन कल्याण संगठन राजस्थान स्टेट मेडिकल सेल द्वारा निशुल्क बीएमडी कैंप (BONE MINERAL DENSITY TEST - बोन मिनिरल डेंसिटी चेक अप कैंप )का आयोजन 7 सितंबर 2024 को राठी हॉस्पिटल , किशनगढ़ में किया गया। निशुल्क बोन मैरो डेंसिटी कैंप के आयोजन से हड्डियों की सेहत की जांच का अवसर जनता को प्रदान किया गया।
कैंप का उद्देश्य लोगों में हड्डियों की सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। कैंप में भाग लेने वाले लोगों को डॉ संजय राठी- हड्डी रोग विशेषज्ञ और डॉ मंजू राठी द्वारा परामर्श और मार्गदर्शन भी दिया गया।
बोन मैरो डेंसिटी टेस्ट की आवश्यकता होती है:
1. ऑस्टियोपोरोसिस का पता लगाने के लिए: यह टेस्ट हड्डियों के घनत्व को मापता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का पता लगाया जा सकता है।
2. फ्रैक्चर के जोखिम का मूल्यांकन करने के लिए: बोन मैरो डेंसिटी टेस्ट से यह पता लगाया जा सकता है कि आपको फ्रैक्चर होने का कितना जोखिम है।
3. हड्डियों की सेहत की निगरानी करने के लिए: यह टेस्ट हड्डियों की सेहत की निगरानी करने में मदद करता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा है।
4. उपचार की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने के लिए: बोन मैरो डेंसिटी टेस्ट से यह पता लगाया जा सकता है कि उपचार से हड्डियों के घनत्व में कोई सुधार हुआ है या नहीं।
5. हार्मोनल असंतुलन का पता लगाने के लिए: यह टेस्ट हार्मोनल असंतुलन का पता लगाने में मदद कर सकता है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
इन कारणों से, बोन मैरो डेंसिटी टेस्ट महत्वपूर्ण है जो हड्डियों की सेहत की जांच और उपचार में मदद करता है।
बोन मैरो डेंसिटी जांच निम्नलिखित लोगों को करवानी चाहिए:
1. 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष और 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं।
2. ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षणों वाले लोग, जैसे कि कमर दर्द, हड्डियों का कमजोर होना, या फ्रैक्चर।
3. हार्मोनल असंतुलन वाले लोग, जैसे कि थायराइड विकार
4. लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लेने वाले लोग।
5. ऑस्टियोपोरोसिस के परिवारिक इतिहास वाले लोग।
6. शराब या धूम्रपान का अत्यधिक सेवन करने वाले लोग।
7. कम वजन या पतले लोग।
8. लंबे समय तक बिस्तर पर रहने वाले लोग या शारीरिक रूप से निष्क्रिय लोग।
9.मेनोपॉज और मेनोपॉज के आसपास की महिलाएं
10. जिन लोगों को फ्रैक्चर हुआ हो और उनकी हड्डियों की सेहत की जांच करना आवश्यक हो।
इन समूहों के लोगों को बोन मैरो डेंसिटी जांच करवानी चाहिए ताकि ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य हड्डी संबंधी समस्याओं का पता लगाया जा सके और उचित उपचार किया जा सके।
राठी हॉस्पिटल किशनगढ़ से डॉ मंजू राठी,डॉ संजय राठी और भ्रष्टाचार नियंत्रण और जन कल्याण संगठन के सदस्यों ने इस कैंप में सेवाएं दी।
राष्ट्रीय मुख्य सचिव रणजीत वर्मा ने डाक्टर मंजु राठी का संगठन के बैनर तले अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाने के लिये धन्यवाद दिया और सराहना की। राष्ट्रीय चेयरमैन दीपक शर्मा, प्रशासक ब्रिगेडियर हरचरण सिंह एवं अध्यक्षा रेखा भूषण ने भी डाक्टर मंजु राठी एवं टीम की सराहना की।।