भारतीय संस्कृति में महिलाओं को शक्ति के स्रोत और सृजनकर्ता के रूप में देखा गया है। वह सृष्टि के आरंभ से ही एक बेटी, पत्नी या माँ के रूप में प्रेरणा का स्रोत रही हैं। भारत या इस दुनिया के किसी भी हिस्से में महिलाओं के साथ होने वाली सभी प्रकार की हिंसा और अन्याय की निंदा होनी चाहिए। इसलिये एनसीसीएचडब्ल्यूओ के राष्ट्रीय मुख्य सचिव रणजीत वर्मा ने चंडीगढ़ में प्रशासक के सलाहकार से मुलाकात कर अपने संगठन की तरफ से सरकारी अस्पताल स्कूलों और कालेजों में महिलाओं और लड़कियों को निःशुल्क आत्म रक्षा का प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव दिया। रणजीत वर्मा ने कहा कि एनसीसीएचडब्ल्यूओ भारत के लगभग 22 राज्यों में काम कर रही है और कुछ प्रदेशों में यह प्रशिक्षण पहले से ही चल रहा है लगभग सभी राज्यों में शुरु करने जा रहे हैं, क्योंकि हमारे साथ एनएसजी ब्लैक कैट कमांडो, पूर्व सेना अधिकारी, आत्मरक्षा कोच काम कर रहे हैं।।
माननीय सलाहकार श्री राजीव वर्मा ने संगठन के इस प्रस्ताव को सराहा और कहा कि आप यह सब लिखकर दें दीजिये, हम सभी संस्थानों को इसके लिये अवगत करवा देंगे, आज के जमाने में महिलाओं को आत्मरक्षा का ज्ञान जरूरी भी है।।
राष्ट्रीय चेयरमैन दीपक शर्मा, प्रशासक ब्रिगेडियर हरचरण सिंह एवं अध्यक्षा सुश्री रेखा भुषण ने कहा कि हम सरकार से भी अनुरोध करते हैं कि वह हमारी महिलाओं की गरिमा को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए। हम नारी शक्ति के प्रति श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। जहां उनको हमारी सहायता की जरुरत हो, हम सभी सरकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हैं।।