दिनांक 5-12-024 को दो गवाहों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन पत्र राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जनकल्याण संगठन के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र कुमार जोसफ के नाम आया जिसमें प्रार्थी के घर चोरी हुई थी। चोरी हुई चीज में कुछ रकम व एक बहीखाता था जिसमें लेन-देन व हिसाब किताब लिखा हुआ था। अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी को फोन कर बहीखाता के एवज में 60 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। एवं नहीं देने पर धमकी दी जा रही थी। धमकी भरा फोन आने पर प्रार्थी के घर वाले अत्यंत भयभीत डर व सदमे में हैं। हम लोगों द्वारा प्रार्थी को कहा गया अगर अज्ञात व्यक्ति का फोन आता है तो तुम लोग उस व्यक्ति के व तुम्हारे बीच जो भी बातचीत होती है उसे रिकॉर्ड कर लें । उन्होंने वैसा किया। उस अज्ञात व्यक्ति की बातचीत की रिकॉर्डिंग संगठन को दिया गया। जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा किस तरह से प्रार्थी को ब्लेकमैल किया जा रहा है।संगठन के सभी पदाधिकारियों ने मिटिग कर तुरंत प्रार्थी के घर पहुंचे व पुरी वास्तु स्थिति को समझ कर वहां के थाना प्रभारी को संगठन के लेटरहेड में एक आवेदन पत्र टाइप करना कर दिया गया व इस केस के संदर्भ में तुरंत कार्यवाही के लिए कहा गया। साथ अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के साथ हो रही बातचीत का टेप किया हुआ रिकॉर्डिंग सबूत तौर पर दिया गया एवं एक लिखित आवेदन पत्र माननीय गृह मंत्री छत्तीसगढ़ शासन को दिया गया। जिसे तुरंत संज्ञान में लेते हुए माननीय गृह मंत्री ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर तुरंत कार्यवाही के लिए कहा गया।