*अंधेरों से कह दो, कहीं और डेरा लगाये, मेरे देश में रोशनी का सैलाब आया है।।*
NCCHWO परिवार एवं मेरे देशवासियों को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।।
दिवाली, रोशनी का त्योहार, बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। इस दिन दीपक केवल घरों को सजाने के लिए ही नहीं, बल्कि जीवन के एक गहन सत्य को संप्रेषित करने के लिए भी जलाए जाते हैं ।।
मेरा अपने NCCHWO परिवार एवं देशवासियों से एक अपील है कि दीवाली पर अपने आस पास भी नजर रखें, देखें कि किसी के घर में अंधेरा नहीं रह जाये।। दीवाली के पुरे बजट पर Sacrifies करने के लिये तो मैं नहीं कहुंगा, मगर जो पैसा हम पटाखों में waste करते है, उसका आधा बजट उन गरीबों पर खर्च करें, जिनके घर आज भी अंधेरा है, हम सब लोग हर रोज तो नहीं कर सकते, मगर आज के दिन तो ऐसा कर सकते है, आज हमे उन बजुर्गों के पास जाकर उनको गिफ्ट्स देने चाहिए, ताकि उनको यह न लगे कि हम अपनों से दूर है, उन अनाथालयों में जायें, जिन बच्चों का कोई नहीं, दुसरे बच्चों को दीवाली मनाते देख यह न सोचें कि वो भी सोचें कि, काश! हमारा भी कोई अपना होता, उनके दिलों को भी रोशन करें, देखना दिल को कितनी शांति मिलेगी। रोड पर बैठे छोटे छोटे विक्रेताओं से सामान लें, मिट्टी के दीये जलायें, ताकि उनकी भी दीवाली अंधकारमय न हो, बड़े बड़े मॉल्स से तो हम हर रोज खरीदी करते, इन छोटे छोटे Street Vendors से ख़रीदेंगे तो उनकी दीवाली भी प्रकाशमय हो जायेगा।। जुआ आदि खेलने से बचें, शराब का सेवन हो सके तो बिल्कुल भी करें।। एक एक दीया उनके सैनिकों के नाम भी जलायें, जो हमारी और मातृ भुमि की रक्षा के लिये खुद का बलिदान दे चुके हैं, जिनकी बजह से देशवासी आज धूमधाम से मना रहे हैं।।
अंत में फिर से NCCHWO एवं देशवासियों को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।। हमे भगवान राम के नाम का नारा ही लगाना, अपितु उनके बतायें हुये आदर्शों पर भी चलना है।।