सबसे पहले हम आपको, देशवासियों को, एवं NCCHWO के सभी पदाधिकारीयों को होली की शुभकामनाएँ देते है, और भगवान से यही प्रार्थना करते है कि होली का यह त्यौहार हरेक इंसान के दिल से नफरत दूर करें और हर जगह प्यार और एकता हो।
होली भारत का एक प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज विश्वभर में जाना जाने लगा है। यह प्रमुख रूप से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। मंजीरा, ढोलक, मृदंग की ध्वनि से गूंजता रंगों से भरा होली का त्योहार, फाल्गुन माह के पूर्णिमा को मनाया जाता है। मार्च का महिना जैसे होली के उत्तेजना को बढ़ा देता है। इस त्योहर में सभी की ऊर्जा देखते बनती है पर होली के अवसर पर सबसे अधिक खुश होते हमने बच्चों को देखा है वह रंग-बिरंगी पिचकारी को अपने सीने से लगाए, सब पर रंग डालते और जोर-जोर से “होली है..” कहते पूरे मोहल्ले में भागते फिरते हैं।।
होली का उत्सव अपने साथ सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है और आसमान में बिखरे गुलाल की तरह ऊर्जा को चारों ओर बिखेर देता है। इस पर्व की ख़ास तैयारी में भी लोगों के अंदर बहुत अधिक उत्साह को देखा जा सकता है।
होली पर सभी बहुत अधिक उत्साहित होते हैं। बड़े भी बच्चे बन जाते हैं हम उम्र का चेहरा रंगों से ऐसे रंगते हैं की पहचानना मुश्किल हो जाता है वहीं बड़ों को गुलाल लगा उनका आशिर्वाद लेते हैं। अमीर-गरीब, ऊँच- नीच का भेद भुलाकर सभी आनंद के साथ होली में झूमते नज़र आते हैं। झूमने का एक अन्य कारण भांग और ठंडाई भी है यह होली पर विशेष कर पीया जाता है। घर की महिलाएं सारे पकवान बना कर जहां दोपहर से होली खेलना प्रारंभ करती है वहीं बच्चे सुबह उठने के साथ ही तहलके (उत्साह) के साथ मैदान में आ जाते हैं।
पुराणों के अनुसार, विष्णु भक्त प्रह्लाद से क्रोधित होकर प्रह्लाद के पिता हिरण्यकश्यप ने, पुत्र प्रह्लाद को ब्रह्मा द्वारा वरदान में प्राप्त वस्त्र धारण किए बहन होलिका के गोद में आग से जला देने की मनसा से बैठा दिया। किन्तु प्रभु की महिमा से वह वस्त्र प्रह्लाद को ढ़क लेता है और होलिका जल कर भस्म हो जाती है। इस खुशी में नगरवासियों द्वारा दूसरे दिन होली मनाया गया। तब से होलिका दहन और होली मनाई जाने लगी।
होली के एक दिन पहले गावं व शहरों के खुले क्षेत्र में होलिका दहन की परंपरा निभाई जाती है। यह भगवान की असीम शक्ति का प्रमाण तथा बुराई पर अच्छाई की जीत का ज्ञान कराती है।
होली आनंद से भरा रंगों का त्योहार है यह भारत भूमि पर प्राचीन समय से मनाया जाता है। त्योहारों की ख़ास बात यह है की इसके मस्ती में लोग आपसी बैर तक भूल जाते हैं एवं होली त्योहारों में विशेष स्थान रखता है।
हम भी सबको यह संदेश देना चाहते कि हमें सब कुछ भूल कर आपस में भाई चारे से रहना चाहिए, जो दिन प्रति दिन नफरतों का बाजार गर्म हो रहा हो इससे दुर रहें। सबसे पहले हमें खुद से शुरुआत करनी होगी, अपने अंदर की बुराई को मारना होगा, क्योंकि होली का त्यौहार एकता का संदेश देता है।।